भारत के प्राथमिक शिक्षण तन्त्र में संगीत : विशेषताएं एवं चुनौतियाँ
DOI:
https://doi.org/10.47413/9qdav205Keywords:
Music in Indian education system., Role of music in primary level education in Indian schools., Impact of music in Indian education system., Importance of music in Indian society., Primary education in India : in the context of Indic Knowledge System, Music in Indic Knowledge System , Influence of music in the holistic growth of children and society in India, Importance of performing arts in regular education in India.Abstract
भारतीय सामाजिक तन्त्र के साथ विभिन्न प्रकार की कलाओं का एक अटूट एवं विशेष सम्बन्ध है| भारतीय समाज के जीवन के प्रत्येक भाग में ललित कलाओं अथवा अन्य किसी भी प्रकार की कला का समावेश अवश्य ही दिखाई देता है, चाहे वो किसी भी जाति के साथ सम्बन्ध की बात हो, धर्म हो, क्षेत्र – विशेष हो अथवा परिवेश हो; कला का कोई न कोई रूप भारतीय समाज के जीवन का अभिन्न अंग बनकर के अनादिकाल से संव्याप्त रहा है| भारतीय संस्कृति विश्व की एक ऐसी संस्कृति है, जिसमें हर प्रकार की वैश्विक धार्मिक परम्पराओं, शिक्षाओं, कला, दर्शन एवं परम्पराओं की किसी न किसी रूप में उपस्थिति अवश्य ही प्राप्त होती है| यहाँ पर आदिवासी संस्कृति भी है, तो अत्याधुनिक मेट्रोसिटी वाली संस्कृति भी है एवं इन दो ध्रुवों के बीच अनेक प्रकार की संस्कृतियाँ भी हैं| संगीत अथवा किसी भी अन्य प्रकार की कला, इन सभी संस्कृतियों की अन्यतम संगिनी है, यह एक सुनिश्चित तथ्य है|
References
1. प्रत्यक्ष सम्वाद, सुश्री शैली परिख.
2. ऑनलाइन सम्वाद, डॉ० देवेन्द्र वर्मा “ब्रजरंग”.
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